
मेरा नाम मोहन मेरी उम्र 20 साल है मेरे लंड बहुत मोटा है और बड़ा भी ये स्टोरी मेरे घर की है जो रियल स्टोरी है पढ़े और मजा ले।
मेरे घर एक गाँव में है मेरे घर मै मेरी मम्मी नेहा जो 45 साल की है दिखने में आज भी अच्ची लगती है उसकी चूचिया बहुत बड़ी है और देसी औरत होने के वजह से वो अभी भी जवान है। मेरे एक बड़ा भाई हैं जो 25 साल है राज उसका नाम है। गांव में जल्दी सादी होने के वजह से मम्मी ने भाई की शादी तय कर दी है। और मेरे पापा अब नही है।
मै पढ़ने के लिए शहर में ही रहता हूँ। लगबग 5 साल से गांव नही गया। लेकिन मम्मी ने बताया भाई की शादी है तो गाँव पहुँचा। जब मै गांव पंहुचा तो सादी को एक महीना था। भाई की शादी पड़ोस के गांव से ही हो रही थी। जब मै घर पहुँचा तो देखा घर पर काफी रिस्तेदार थे। मेरे चाचा और चाची भी आये थे जो हमसे बहुत दूर रहते है। और मेरी मौसी और मौसा भी थे। मेरे चाचा की बहू भी आईं थी। यानी मेरी भाभी गांव में सब रिस्तेदार सादी के कुछ दिन पहले से ही डेरा डाल लेते है।
मेरा चाचा सोहन 45 साल और चाची रजनी 35 साल और मौसा राजेन्द्र 42 मौसी सरला 40 साल और मेरी भाभी सालग 25 साल है। जब भाई की शादी सर्दी में थी। काफी ठंड पड़ रही थी। मेरे घर कच्चा है पर बहुत बड़ा है। जब रात को सब बातें रहे थे। तभी मेरी सालू भाभी मेरे पास और बोली मोहन कैसे हो मैने कहा ठीक हूँ उस वक़्त मेरी नियत ठीक थी। भाभी ने कहा कभी अपनी भाभी से भी आके मिल लिया करो मैने कहा ठीक है अबकी बार जरूर आऊँगा।
फिर सब ने खाना खाया और अपनी अपनी कमरे में गुस गये। मम्मी ने कहा तुम मीनू के साथ लेट जाओ। भाभी ने मम्मी से कहा पर ये मेरे साथ मम्मी अरे बच्चा है अभी लिटा लो। फिर भाभी ने एक बहुत डिली मैक्सी पहनी और बालों को खुला रक्खा और हम एक ही रजाई में गुस गये। फिर भाभी से पूछा भाभी भईया क्यों नही आये वो बोली तेरे भईया सहेर में काम करते हैं दो महीने में एक दो बार ही आते है।
और रात को मै भाभी से लिपट कर सो गया। सुबह भाभी नहा रही थी तो मेरी नजर भाभी पर पड़ी उनकी चुचिया देख कर मेरा लड़ टनटना गया। और मेरी नियत खराब हो गयी। दिन में मैने देखा मेरे चाची और मम्मी कुछ बात कर रही थी। फिर चाची ने पता नही कैसे पर मम्मी की दोनों चूचियो अपने दोनों हाथो से दबा दिया मम्मी आह क्या कर रही है तू चाची देख रही हु गर्मी ख़त्म तो नही हो गयी।
मम्मी देखना है तो भेज दे अपने मर्द को मेरे पास चाची उसके में अब दम नही है। इतना कहकर मम्मी चली गयी। रात को भाभी मेरे पास लेटी और मुझसे पूछा पुनीत तुझे कैसी लड़की पसंद है मैने कहा मुझे आपकी जैसी पसंद है भाभी हँसने लगी और मेरे एक दम करीब आकर लेट गयी उनकी गर्मी से मेरे लड़ खड़ा हो गया और वो मेरे पेट पे हाथ फेर रही थी।
उनका हाथ मेरे लड़ से लग गया वो बोली ये क्या है पुनीत दिखावो मैने कहा कुछ नही वो जबरदस्ती रजाई हटाने लगी। मेरी नेकर में टैंट बना हुवा था। वो समज गयी की क्या था। फिर रजाई डाली और बोली तुमने किसी के साथ किया है मैने कहा क्या वो बोली प्यार और क्या मैने नही कहा और वो बोली मेरे साथ करोगे तो मै बोला आप तो मेरी भाभी हो आपसे कैसे वो मेरी तरफ करवट लेते हुए बोली आज कल जो करते है देवर भाभी ही करते है। और बोली किसी से कहना मत मेरा समज गया भाभी गर्म हो चुकी है।
उन्होंने अपने हाथ मेरी चड्डी में डाला और मेरे लड़ को पकड़ लिया और बोली पुनीत तेरा तो तेरे भैया से भी बड़ा है और मेरे हाथ को अपनी मैक्सी के ऊपर से चुचियो पर रखा और बोली पुनीत अपनी भाभी की चुचियो को दबाव ना उनके गुलाबी होट को मेरे होट पर रख कर चुसने लगी और फिर वो इतनी गर्म थी की मेरे लड़ को मुह में लेके चुसने लगी।
मै आह…. भाभी………… छूट… जाऊँगा और वो फच्च की तरह मेरा लड़ चूस रही थी। मैं स्स्स आह कर रहा था फिर मै छूट गया मेरा मॉल भाभी के होटो पर और मुह में चला गया और और भाभी ने मेरा एक हाथ अपनी बुर पर रख दिया और बोली आज से ये तेरी मेरे राजा जितना मन करे मुझे चोदने का चोद लेना और अपनी मैक्सी उतार कर नंगी हो गयी।