
मेरे चाचा शहर में काम करते थे, मैं गाँव में चाची के काम में मदद करता था. चाची खेत में गयी तो मेरा मन हुआ चाची को चोदने का.
मेरा नाम पीयूष है, मैं उत्तर प्रदेश में सिवली गांव का मैं रहता हूं.
मेरी उमर 19 साल है।
मेरी चाची माधुरी का घर मेरे घर के पास ही है।
देखने मे मेरी चाची कमाल है, उमर 31, पतली कमर, स्तन 32, बहुत सेक्सी सा चेहरा।
जब भी चाची मेरे घर आती तो मेरा लंड चाची को देख कर खड़ा हो जाता था.
क्या करूं … चाची थी इतनी सेक्सी।
इसी माधुरी चाची की चूत चुदाई की है
चाची ने हां कर दी। चाची मेरे सामने लेट गई.
फिर मैं चाची के पाँव दबाने लगा।
चाची पाँव फैला कर लेटी थी.
चाची के गोरे गोरे पाँव दबाने में मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मेरा लंड खड़ा हो चुका था।
चाची सिसकारियाँ ले रही थी.
मैं समझ गया था कि चाची को मजा आ रहा है.
कुछ देर बाद मैं उनके हाथ दबाने लगा.
हाथ दबाते दबाते मैं चाची के बगल से धीरे से चाची के स्तन तक पहुंच गया.
धीरे धीरे में चाची के स्तन भी ब्लाउज के ऊपर से दबाने लगा.
और चाची को बहुत अच्छा लग रहा था.
चाची मेरे से बोली- बेटा, बहुत अच्छा लग रहा है … आह्ह्ह हह!
चाची को पसीने में देख मैं पागल हो गया.
तभी चाची ने ब्लाउज पर से पल्लू हटा दिया, चाची के पसीने से तर हुए स्तनों को देख कर मैं रुक नहीं पाया.
मैं जल्दी से अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया और चाची के ब्लाउज के हुक खोलने लगा.
चाची बोली- बेटा तुम क्या कर रहे हो? यह मत करो बेटा, रुक जाओ!
चाची मुझे रोकने लगी पर मैंने जल्दी से चाची का ब्लाउज खोल दिया और चाची के स्तन पर टूट पड़ा.
वे जोर जोर से सिसकारियाँ लेने लगी.
मैंने चाची के स्तन को जोर से दबाना चालू किया.
अब चाची को भी मजा आ रहा था.
एक हाथ से मैं चाची के स्तन मसल रहा था दूसरे स्तन चूस रहा था.
चाची के निप्पल में से दूध निकाल रहा था.
मैं चाची के दोनों स्तन को चूसता रहा.
फिर मैंने चाची की साड़ी और पेंटी भी निकाल दी और चाची से चिपक गया.
और मैं चाची को किस करता रहा 10 मिनट तक!
फिर मैं मेरा लंड चाची के मुंह पर रख कर हिलाने लगा.
चाची मेरा लंड पकड़ कर हिलाने लगी.
मेरी चाची मेरी जान बन चुकी थी.
चाची ने लंड को जोर जोर से हिलाना चालू किया और चाची ने मुंह में डाल लिया मेरा लंड को!
मैं फिर चाची का मुँह चोदने लगा.
चाची भी मजे से लंड लेने लगी.
फिर मैं चाची के मुँह में जोर जोर से झटके देने लगा.
चाची का दम घुटने लगा था और चाची की आँखों से आंसू निकल गए.
फिर मैंने चाची के मुँह में मेरा पानी छोड़ दिया. मेरी चाची में मेरा पूरा पानी पी लिया.
चाची बोली- बेटा, जल्दी से मेरी चूत की प्यास बुझा दे. मेरी चूत को तू आज चोद दे.
फिर मैंने चाची को लिटाया और उनकी नंगी चूत पर अपना लंड रख दिया और झटके से चूत में घुसा दिया.
चाची चिल्लाने लगी, सिसकारियां लेने लगी.
फिर मैंने जोर जोर से झटके मारना चालू किये.,
चाची को दर्द हो रहा था पर साथ में मजा भी आ रहा था.
चाची सिसकारियां लेने लगी- आआ आहह … आआहह आआ हुउउ … आआ हह ऊओ बेटा चोद मुझे … अह्ह्ह उउउइइमा मर गई अज्ज … आआ अहह आ आउउच आआ ह … और जोर से चोद बेटा!
मैं भी जोश में आकर जोर से चोदने लगा.
चाची की चीख निकल रही थी, मैं बिना रूके चूत में झटके मार रहा था.
साथ ही मैं चाची के स्तनों को भी जोर जोर से थप्पड़ मारे जा रहा था.
चाची के स्तन से दूध निकल रहा था और जोर जोर से स्तन पर थप्पड़ मारे जा रहा था.
चाची के स्तन लाल हो गए थे मार मार के!
चाची के लाल टमाटर जेसे स्तन उछल रहे थे.
और मैं चाची के स्तन पर थप्पड़ मारते हुए मसलकर दूध पी रहा था।
चाची के स्तन का दूध बहुत मीठा लग रहा था.
मैंने चाची की चूत में मेरा पानी छोड़ दिया
मुझे चाची के स्तन के बीच में मेरा लंड जोर जोर से रगड़ता रहा चाची.
मेरा लंड अपने बड़े स्तन के बीच में दबाकर जोर जोर से रगड़ती रही.
मेरी चाची की भी सिसकारियां तेज हो गई.
फिर मैंने चाची के स्तनों में पानी छोड़ दिया और चाची के स्तन पर ही सो गया.
2 घंटे बाद शाम होते ही घर को लौट गए हम!
उसके बाद मैंने बहुत बार मेरी चाची को कुतिया जैसा चोदा.
आई लव यू चाची.